( Screw Thread Micrometer )
परिचय ( Introduction ) - स्कू थ्रेड माइक्रोमीटर एक सूक्ष्ममापी यंत्र है जिसका प्रयोग कर हम स्क्रू थ्रेड की पिच डायमीटर को चैक कर सकते है । यह आउटसाइड माइक्रोमीटर की तरह होता है परन्तु इसका स्पिंडल शंकु जैसा ( Conical ) होता है । इसकी एन्विल पर एक ' V ' आकार का ग्रुव बना होता है । इससे इसकी सहयता से .01 मि.मी. की सूक्ष्मता में माप ली जा सकती है ।
बनावट ( Construction ) - इसकी बनावट भी आउटसाइड माइक्रोमीटर की तरह होती है । अंतर केवल इतना होता है कि इसके स्पिंडल का सिरा प्रायः 55 ° के कोण में शंकु जैसा ( Conical ) होता है और एन्विल में 55 ° के कोण का ' V ' ग्रूव बना होता है । इसके अतिरिक्त ऐसे स्क्रू थ्रेड माइक्रोमीटर भी आते हैं जिनका स्पिंडल के 60 ° के कोण में शंकु जैसा ( Conical ) होता है और इनकी एन्विल पर 60 ° के कोण में ' V ' ग्रूव बना होता है ।
कुछ स्क्रु थ्रेड माइक्रोमीटर के स्पिंडल और एन्विल में सुराख बने होते हैं जिनमें भिन्न - भिन्न साइज के इंटरचेंजेबल इनसर्ट फिट fitting interchangeable inserts करके भिन्न - भिन्न पिच वाली चूड़ियों के निम्नलिखित डायमीटर चैक किए जा सकते है
1. आउटसाइड डायमीटर ( Outside Diameter )
2. कोर डायमीटर ( Core Diameter )
3. इफेक्टिव ( फ्लेक ) डायमीटर [ Effective ( Flank ) Diameter ]
इस तरह के माइक्रोमीटर के साथ ३ या ४ प्रकार की स्क्रू थ्रेड ही माप सकते है दूसरी पिच के लिए हमें दूसरी एन्विल की जरूरत होती पड़ती है मीट्रिक पद्धति में एन्विल M4दवारा 2 – 3, M5 दवारा 3- 5 .5 तथा M6 दवारा 5.5 -7 m.m पिच वाली थ्रेड का पिच व्यास का माप लिया जा सकता है इसी प्रकार व्हित्वोर्थ whitworth थ्रेड्स के लिए w1 से w10 तक एन्विल मिलते है
(Measuring)-किसी स्क्रू थ्रेड के पिच डायमीटर को मापने के लिए स्क्रू थ्रेड माइक्रोमीटर को इस प्रकार उपयोग में लाना चाहिए कि इस के एन्विल का'V'ग्रूवऔर स्पिंडल का प्वाइंट चूडी के स्पर्श में आए।इस के बाद रीडिंग लेनी चाहिए नहीं तो सही नहीं अति है ।रीडिंग आउट साइड माइक्रोमीटर की तरह ही लेना हैं।इस प्रकार जो हमे रीडिंग मिलेगी वह पिच डायमीटर होगी।
स्क्रू थ्रेड माइक्रोमीटर की सूक्ष्मता चैक करना
स्क्रू थ्रेड माइक्रोमीटर की सूक्ष्मता चैक करने के लिए एन्विल के ' V ' ग्रूव में स्पिंडल के पाइंट के स्पर्श में लाने के बाद देखना चाहिए कि थिम्बल का जीरो स्लीव की डेटम लाइन की सीध में हैं कि नहीं । यदि थिम्बल का जीरो डेटम लाइन की सीध में है तो समझना चाहिए कि माइक्रोमीटर में शून्य त्रुटि नहीं है । यदि थिम्बल का जीरो डेटम लाइन से आगे या पीछे रह जाता है तो समझना चाहिए कि माइक्रोमीटर में शून्य त्रुटि नहीं है । यदि थिम्बल का जीरो डेटम लाइन से आगे पीछे रह जाता है तो समझना चाहिए कि माइक्रोमीटर में शून्य त्रुटि है , जिसे ठीक करके इस माइक्रोमीटर को प्रयोग में लाना चाहिए ।
मीट्रिक वर्नियर आउटसाइड माइक्रोमीटर ( Metric Vernier Outside Micrometer )
इस माइक्रोमीटर की सूक्ष्मता 0.001 मि.मी. होती है इसलिए इसका मुख्य प्रयोग बाहरी मापों को 0.001 मि.मी. की सूक्ष्मता में मापने व चैक करने के लिए किया जाता है ।
बनावट ( Construction ) - इसकी बनावट , कार्य का सिद्धांत और ग्रेजुएशन आदि साधारण मीट्रिक आउटसाइड माइक्रोमीटर की तरह होता है । अंतर केवल इतना होता है कि इसकी स्लीव पर एक वर्नियर स्केल बना होता है ।
अल्पतमांक ( Least Count ) - इस माइक्रोमीटर की स्लीव पर एक वर्नियर स्केल बना होता है जिसकी 10 बराबर लाइनें 9 थिम्बल डिवीजनों के बराबर होती है । इसका अल्पतमांक निम्नलिखित विधि से ज्ञात किया जा सकता है ।
10 वर्नियर डिवीजन = 9 थिम्बल डिवीजन
हमें ज्ञात है कि थिम्बल डिवीजन = 0.01 मि.मी.
9 वर्नियर डिवीजन = .01 x 9 = .09 मि.मी.
अत : 10 वर्नियर डिवीजन = 0.09 मि.मी.
1 वर्नियर डिवीजन = 0.09 : 10 = 0.009 मि.मी.
अल्पतमांक ज्ञात करने के लिए थिम्बल के एक डिवीजन के मान और वर्नियर स्केल के एक डिवीजन के मान का अंतर ज्ञात किया जाता है । इस प्रकार
1थिम्बल डिवीजन = 0.01 मि.मी. 1 वर्नियर डिवीजन = 0.009 मि.मी.
अल्पतमांक - 1 थिम्बल डिवीजन -- 1 वर्नियर डिवीजन
= 0.01-0.009 मि.मी.
=0.001 मि.मी.
रीडिंग ( Reading ) - इस माइक्रोमीटर से रीडिंग लेते समय पहले साधारण मीट्रिक आउटसाइड माइक्रोमीटर की तरह रीडिंग लेते हैं । इसके बाद दशमलव के तीसरे स्थान के लिए निर्धारित वर्नियर डिवीजन को थिम्बल के अगले डिवीजन के साथ मिला दिया जाता है । जैसे यदि दशमलव का तीसरा स्थान 5 है तो 5 वें वर्नियर डिवीजन को थिम्बल के अगले डिवीजन से मिलाया जाता है । मीट्रिक वर्नियर आउटसाइड माइक्रोमीटर से रीडिंग लेते समय निम्नलिखित मान अवश्य ध्यान में रखने चाहिए
1 मेन डिवीजन = 1 मि.मी.
1 सब डिवीजन = 0.5 मि.मी.
1 थिम्बल डिवीजन = 0.01 मि.मी.
1 वर्नियर डिवीजन = 0.001 मि.मी.
उदाहरण - मान लिया 35.113 मि.मी. रीडिंग लेनी है तो आप निम्नलिखित विधि अपना सकते है -
25.000 मि.मी ..... 25 से 50 मि.मी. रेंज की जीरो रीडिंग
10.000 मि.मी ..... 10 मेन डिवीजन ( 10 x 1 मि.मी. )
0.110 मि.मी ..... 11 थिम्बल डिवीजन ( 11 x 0.01 मि.मी. )
0.003 मि.मी ..... 3 वर्नियर डिवीजन ( 3 x 0.001 मि.मी. )
35.113 मि.मी. कुल रीडिंग